सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस को संबोधित किया।

  प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस  इस आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्‍होंने यह चेतावनी दी कि प्रौद्योगिकीय उन्‍नयन के कारण हमारे पास हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्‍कृति है। उन्‍होंने प्रति‍निधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्‍या उद्योग इलेक्‍ट्रॉनिक अपशिष्‍ट से बेहतर रूप से निपटने और एक सर्कुलर अर्थव्‍यवस्‍था का सृजन करने के बारे में सोचने के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है। उन्‍होंने भविष्‍य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5जी का समय पर शुभारंभ सुनिश्चित करने और लाखों भारतीयों को सशक्‍त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया।      प्रधानमंत्री ने कहा कि आ रही प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि किसानों को बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकार...

जुन में लगातार तीसरे महीने आर्थिक गतिविधि में गिरावट देखी गई जून में पीएमआई 47.2 रहा।

आईएचएस मार्किट पीएमआई लगातार तीसरे महीने 50 से कम रही।अप्रैल में 22.7 मई में 30.7 के बाद उसमें बढ़ोतरी देखने को मिलीं है।इंडेक्स 50 से कम हो तो इकोनॉमी में गिरावट को दर्शाता है।ओर 50 से उपर आर्थिक गतिविधि में बढ़ोतरी को दर्शाता है।अप्रैल से लगे लोकडाउन से मैनुफैक्चरर गतिविधि में गिरावट आयी है।जनवरी में 55.8, रही थी उसके बाद से लगतार गिरावट देखने को मिली है।

लोकडाउन के कारण नए ऑर्डर में गिरावट आयी हे।एक्सपोर्ट जून में 12% की गिरावट आती हे,अप्रीलमे निर्यात में 36% की गिरावट देखी गई थी।इकोनॉमी में पूरी रिकवरी नहीं हो पाई है।मैनुफैक्चर गतिविधि पूरी तरह पत्री पर नहीं लोट सकी है।

पीएमआई इंडेक्स क्या है।

पीएमआई इंडेक्स आर्थिक गतिविधि का पता लगाने के लिए एक सूचकांक हे।इस इंडेक्स से आर्थिक हालात के बारे में संकेत मिलते हे।पीएमआई इंडेक्स में सेवा ओर मैनुफैक्चरर दोनों गतिविधि को मापा जाता है।इससे आर्थिक गतविधी की जानकारी मिलती है।

पीएमआई इंडेक्स 5 कराको के आधार पर मापा जाता है।ये 5 प्रमुख कारक,उत्पादन,ऑर्डर,इन्वेंटरी,सप्लाए डिलीवरी ओर रोजगार।पीएमआई को 1948 में इंस्टीट्यूशन ओफ सप्लाई मैनेजमेंट द्वारा अमेरिका में काम करती है।मार्किट ग्रपु अमेरिका को छोड़कर बाकी देशों के लिए काम करती है।

पीएमआई इंडेक्स 50 से कम हो तो आर्थिक गितिविधी में गिरावट का संकेत मिलता है ओर 50 से उपर हो तो आर्थिक गतिविधि में बढ़ोतरी का संकेत मिलता है।निक्कीई पीएमआई के आधार पर भारत की आर्थिक गतिविधि का पता लगाया जाता है।

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस को संबोधित किया।

  प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस  इस आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्‍होंने यह चेतावनी दी कि प्रौद्योगिकीय उन्‍नयन के कारण हमारे पास हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्‍कृति है। उन्‍होंने प्रति‍निधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्‍या उद्योग इलेक्‍ट्रॉनिक अपशिष्‍ट से बेहतर रूप से निपटने और एक सर्कुलर अर्थव्‍यवस्‍था का सृजन करने के बारे में सोचने के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है। उन्‍होंने भविष्‍य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5जी का समय पर शुभारंभ सुनिश्चित करने और लाखों भारतीयों को सशक्‍त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया।      प्रधानमंत्री ने कहा कि आ रही प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि किसानों को बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकार...

एमएसएमई क्या है।

MSME कोरोनावायरस की असर भारत सहित दुनियाभर की अर्थव्यवथा पर पड़ी है।कोरोना ने वैश्विक अर्थव्यवथा की कमर तोड़ दियी है।कोरोना के कारण वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद को ८-१०% का नुकसान हुआ है।तकरीबन उतना ही नुकसान भारत की अर्थव्यवथा को भी पोहचा है।कोरोना के प्रभाव से कोय भी सेक्टर अछूता नहीं है,परन्तु कॉरोना का सबसे ज्यादा असर माइक्रो स्मोल एवम  मिडीयम(MSME) सेक्टर ओर असंगठित सेक्टर पर पड़ा है।यही दो सेक्टर भारत में सबसे ज्यादा रोजगार देता जो ९२-९३% के आसपास है,ओर सकल घरेलू उत्पाद में भी उसका बड़ा योगदान है।इस असर से उबर ने में दोनों सेक्टर को काफी समय ओर संसाधन की जरुरत होगी। भारत में २ महीने से तालाबंदी में है ईसके कारण माइक्रो,स्मोल एवम मिडियम (MSME)उद्योग का कामकाज पूरी तरह बंध से।इसे तालाबंदी के कारण ४० करोड़ रोजगार पर असर होगा ऐसा अंतरराष्ट्रीय लेबर ऑर्गनाइजेशन का अनुमान है। माइक्रो स्मोल एवम मीडियम उद्योग किसे कहते है। माइक्रो स्मोल एवम मीडियम उद्योग नी वयख्या माइक्रो स्मोल एवम मिडीयम सुधार अधिनियम २००५ के मुताबिक करते है ।पहले माइक्रो स्मोल एवम मीडियम का वर्गीकरण मशीनरी ओर इन्...