प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस इस आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने यह चेतावनी दी कि प्रौद्योगिकीय उन्नयन के कारण हमारे पास हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्कृति है। उन्होंने प्रतिनिधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्या उद्योग इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट से बेहतर रूप से निपटने और एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था का सृजन करने के बारे में सोचने के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है। उन्होंने भविष्य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5जी का समय पर शुभारंभ सुनिश्चित करने और लाखों भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आ रही प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसानों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकार...
रॉकेट लैब अपना 13 लॉन्च में अपने मिशन में असफल रहा।रॉकेट लैब इस लौंच में 7 पे लोड भेजने वाली थी।रॉकेट लैब ने 4 जुलाई को माहिया न्यूजीलेंड साइट से 5.40 मिनिट पर किया था।पहले लौंचिंग 2 जुलाई को होने वाला था ,मौसम का खराब होनेकी वजह से उसे ताला गया।
रॉकेट लैब इलेक्ट्रॉन रॉकेट से लगातार 11 सफल लौंचिंग कर चुकी ये।रॉकेट थोड़ा लिफ्ट होने के बाद उसके दूसरे चरण में खमी आने कारण मिशन असफल हो गया।इलेक्ट्रॉन रॉकेट 192 किलोमीटर ऊपर जाने के बाद उसने खराबी आ गई।इस मिशन में जापान की केवोन इमेजिंग सैटेलाइट ओर अमेरिका की प्लैनेट कंपनी सहित 7 पे लोड थे जो नस्त हो चुके है।
An issue was experienced today during Rocket Lab's launch that caused the loss of the vehicle. We are deeply sorry to the customers on board Electron. The issue occurred late in the flight during the 2nd stage burn. More information will be provided as it becomes available.
— Rocket Lab (@RocketLab) July 4, 2020
कंपनी ने अपने बयान में कहा के रॉकेट लॉन्च के दरमियान समस्या आने से रॉकेट व्हीकल नष्ट हुआ,हम बोर्ड किं तरफ से ग्राहकों के लिए गहरा दुख जताते है।रॉकेट के दूसरे चरण में समस्या पाए गई।
रॉकेट लैब
रॉकेट लैब एक अमेरिकन प्राइवेट एयरोस्पेस कंपनी छे ,जिसकी स्थापना 2006 में न्यूजीलैंड में पीटर बैंक द्वारा किइ गई थी।2013 में कंपनी का मुख्य मथक को कैलिफोर्निया अमेरिका में स्थापित किया गया था।कंपनी छोटे उपग्रह के प्रक्षेपित करने में अग्रणी हे।कंपनी इलेक्ट्रॉन नामके मिशन पर 2017 से काम कर रही है।इससे पहले कंपनी ने ऐटोन नाम का रॉकेट विकसित किया था।
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