प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस इस आयोजन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दूरसंचार उपकरण, डिजाइन, विकास एवं विनिर्माण के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने यह चेतावनी दी कि प्रौद्योगिकीय उन्नयन के कारण हमारे पास हैंडसेट्स और गैजेट्स बार बार बदलने की संस्कृति है। उन्होंने प्रतिनिधियों से यह विचार करने के लिए कहा कि क्या उद्योग इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट से बेहतर रूप से निपटने और एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था का सृजन करने के बारे में सोचने के लिए कार्यबल का गठन कर सकता है। उन्होंने भविष्य में लंबी छलांग लगाने के लिए 5जी का समय पर शुभारंभ सुनिश्चित करने और लाखों भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आ रही प्रौद्योगिकी क्रांति के साथ जीवन को बेहतर बनाने के बारे में सोचना और योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसानों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, बेहतर शिक्षा, बेहतर जानकार...
डीआरडीओ भविष्य की रक्षा जरुरत को पूरा करने के लिए आईआईटी हैदराबाद में एक अनुसंधान सेल स्थापित करने जा रहा है।दोनों संस्था अनुसंधान में चिन्हित क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे।दोनों संस्था के बीच पत्र पर हस्ताक्षरण डीआरडीओबी के मिसाइल एवम रणनीतिक कार्यक्रम के मुख्यालय हैदराबाद में किया गया
विज्ञप्ति के मुताबिक आईआईटी हैदराबाद में स्थापित अनुसंधान सैल चेन्नई स्थित आरआइसी का विस्तार होगा।इस संस्था की स्थापना उन्नत टेक्नोलॉजी एवम अनुसंधान के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में की गई।
संस्था की भावी रूपरेखा के बारे में बताते हुवे डीआरडीओ के सचिव एवम अघ्यक्ष ने कहा के इस सहमति पत्र का उद्देश्य डीआरडीओ ओर आईआईटी हैदराबाद की क्षमता को एकसाथ लाना है।ओर भविष्य की उन्नत टेक्नोलॉजी को स्वदेशी संसाधन को नई उच्चाई पर पोहचना हे।आईआईटी हैदराबाद के पास आधुनिक प्रोधियोगिक में मजबूत आधार हे।
डीआरडीओ
डीआरडीओ डिफेंस अनुसंधान में काम करती एक अग्रणी संस्था हे जिसकी स्थापना 1968 में भारतीय थल सेना ओर रक्षा विज्ञान संस्था के तकनीकी विभाग को मिलाकर कियि गए थी।ये विभाग भारतीय रक्षा विभाग के नीचे कम करती है।आज डीआरडीओ के पास 50 से ज्यादा प्रयोगशाला है।
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