ऐक सदी के इंतजार के बाद पहली बार वैज्ञानिकों ने कमरे के तापमान पर एक अतिचालक(सुपर कंडक्टर) पदार्थ खोजने में कामयाबी मिली है। न्यूयॉर्क की यूनिवर्सिटी की टीम ने इसे बनाया हे।
हाइड्रोजन,कार्बन,ओर सल्फर को दो हीरो के बीच उच्च दबाव पर निचोड़ा जाता हे तब इसे बना पदार्थ में अतिचालकता कमरे के तापमान पर लाई जा सकती है।वैज्ञानिकों ने कही बार इसे जांच के बाद नेचरपत्रिका को बताया के हमने कमरे के तापमान पर अतिचालकता प्राप्त की है,ये आने वाले शोध के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
सामन्यता एक पदार्थ में 0 सेल्सियस तापमान ओर उच्च दवाब पर अतिचालकता प्राप्त किया जा सकती थी।अतिचालकता पदार्थ में विद्युत की अवरोधकता को कम कर सकते ओर विद्युत का व्यय को बहुत कम हो जाता है।
न्यूयॉर्क की यूनिवरर्सिटी के वैज्ञानिकों ने हीरो की दो परत में कार्बन,हाइड्रोजन,ओर सल्फर को निचोड़ कर 15 सेल्सियस पर ओर पृथ्वी के वातावरण से 2.5 मिलियन गुना उच्च दबाव पर(पृथ्वी के कोर जितना) पर अतिचालकता प्राप्त किया है।
वैज्ञानिकों ने कमरे के तापमान पर अतिचालकता प्राप्त कर लिए हे फिर भी उच्च दबाव के कारण उसका व्यवहारिक उपयोग अभी भी बहुत दूर हे पर वैज्ञानिक। का कहना है के आने वाले समय में सामान्य दबाव पर उच्च अतिचालकता प्राप्त करने पर रहेगा ये शोध उसमें एक मील का पत्थर साबित होगी।
अतिचालकता किसे कहते हे।
अतिचालकता एक ऐसा गुणधर्म जिसमें किसी पदार्थ को 0 सेल्सियस पर ठंडा करने पर उसकी अवरोधकता शून्य हो जाती है साथ में उसका चुम्बकीय क्षेत्र भी शून्य हो जाता है।जिसे मेस्नार इफेक्ट कहते है।
पदार्थ की अवरोधकता घटने लगती हे पर एक तापमान बाद अवरोध्कता स्थिर हो जाती है,हर पदार्थ का एक क्रान्तिक तापमान होता है जिसके पदार्थ की अवरोधकता शून्य के आसपास हो जाती।
अतिचालकता के अनुप्रयोग
मैगनेटिक लेविटेशन
ऊर्जा भंडारण में
ट्रांसफार्मर,इलेक्ट्रॉन मटेरियल
क्वांटम कंप्यूटर में
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